०३ एप्रिल २०२१ – Learning Companions के साथ अभिव्यक्ती कार्यशाला। हमने हमारे डर कागज पर उतारे और एक दूसरे के करीब पहुँचने की कोशिश की!
03rd April 2021 – Expression workshop with Learning Companions. We put our fears on the paper and tried to reach out to each other!
१४ एप्रिल २०२१ – नये रास्ते – हम इस साल तीन नई जगह पर भरवाड समुदाय के लिए काम शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं। १४ एप्रिल को पिपला गांव में समुदाय से मिले और तैयारियों को लेकर बातचीत की।
14th April 2021 – New paths – We are preparing to start work for the Bharwad community in 3 new clusters this year. On April 14, in the village of Pipla, we met the community and talked about the preparations.
२० एप्रिल २०२१ – पढ़ाई जारी है! हम उन बच्चों के साथ काम करते हैं, जहां घर में पढ़ने-लिखने का माहौल नहीं है। इसलिए अगर गर्मी की छुट्टियों में बच्चों से हमारा संपर्क बंद हो तो पढ़ने-लिखने से भी बच्चों का संपर्क बंद हो जाएगा। इसलिए हर हफ्ते हमारे शिक्षा-साथी बच्चों से मिलते रहते हैं और उन्हें व्यस्त रखने के लिए साधन पहुँचाते हैं, जिससे बच्चों का पढ़ाई जुड़ाव बना रहे!
20th April 2021 – Study continues! We work with the children who do not have a literary environment at their homes. Therefore, if our contact with children is closed during the summer holidays, then the children will also be stopped from reading and writing activities. Hence every week our learning companions keep on meeting the children and provide them with the means to keep them busy, so that the children continue to stay connected with the studies!
21 अप्रैल 2021 – हम Learning Companions Fellowship कि तिसरे संगीती (cohort) के स्वागत की तैयारियों में हैं। हमने खुद से पूछा, “प्रत्यक्ष शारीरिक रूप से मिले बिना चयन प्रक्रिया को जारी रखना और वही सौहार्द और संबंध निर्माण कर पाना कैसे संभव होगा?” और हमें भौतिक कार्यशाला से भी अधिक रोमांचक कल्पनायें मिलीं। इस कठिन समय में भरवाड़ समुदाय और भावी शिक्षा-साथी, दोनों को जोड़ने के लिए मौके निर्माण करना एक रोमांचक अनुभव रहा है!
21st April 2021 – We asked ourselves, “How is it possible to continue selection process and create the same warmth and connection without meeting each other physically?” and we got more exciting plans than the physical workshop. It has been a exciting experience creating spaces to connect both the community and prospective fellows in these difficult times!
२३ एप्रिल २०२१ – कोविड संकट के चलते एक और साल स्कूलों का सामान्य रूप से शुरू होना मुश्किल में है। ऐसे में बच्चों के साथ जुड़े रहने के लिए डिजिटल साधनों का होना बहुत जरुरी है। जिन घरों में संभव है वहां पर हम बच्चों के माता-पिता को मोबाईल खरीदने को प्रोत्साहन दे रहे हैं, और जहां पर संभव नहीं हैं वहां पर अगला शैक्षिक वर्ष शुरू होने से पहले संस्था की ओर से साधनों का आयोजन करने की तैयारी चल रही है। छगन, राधो और किशोर के पिताजी रामजी ने इस में अपनी ओर से पहल की।
23rd April 2021 – Another year, it is difficult for the schools to start normally due to the Covid crisis. In such a situation, it is very important to have digital means to stay connected with the children. We are encouraging parents of children to buy mobile phones in homes where it is possible, and where it is not possible, preparations are being made to organize the resources from organization before the start of next academic year. Chhagan, Radho and Kishore’s father Ramji took the initiative to inspire other parents.
३० एप्रिल २०२१ – TFIx फॅमिली में साथ में मिलकर कोविड संकट के बिच अपने-अपने जगह पर के हालात के ऊपर चर्चा की। इस बिच हम इस हालात में किस तरह से एक-दूसरे की मदद कर सकते हैं और आगे का रास्ता के कैसे रहेगा इस विषय पर बातचीत की।
30 April 2012 – Together in the TFIx family, we discussed the situation at our respective places in the midst of the Covid crisis. Also, we talked about how we can help each other in this situation and how do we move forward from here!
Our supporters
Such a great initiative….hats off to your team sir..
I’m looking forward to working in that community, getting a lot of new things, and a lot of fun …
Learning Companion Team and their common goal towards creating wonderful learning spaces inspires me and how this lockdown is still not affecting your motivation, that’s awesome.